ज़िन्दगी लाईव (जीने का फ़लसफा) हिन्दी त्रैमासिक पत्रिका
जीवन से जुड़ी है चिन्ता,चिन्ता के लिए है मुक्ति,मुक्ति से है आनन्द,आनन्द के लिए आप और आप के लिए पेश है.....
हर वर्ग से जुड़ी सामाजिक,पारिवारिक जीवन के पहलुओं को अपने में समेटे हुए, आपकी पसन्द बनने वाली ऐसी ही एक सम्पूर्ण पत्रिका ।
हमारा अगला अंक माह अक्टूबर-दिसम्बर 2009 फ़ेस्टिव स्पेशल होगा। लेखकों से निवेदन है कि इससे संबन्धित कोई भी लेख,कहानी,कविता,चुटकले,व्यंग आदि भेज सकते है ।
रचनाकारों से....
रचनाकारों से अनुरोध है कि पत्रिका हेतु वे तीज,त्यौहार,उत्सव,जयन्ती और मौसम के अनुरूप अपनी रचनाएं जैसे (हैल्थ,सौन्दर्य,महिलाओं,बच्चों युवाओं एंव बूढ़ों से सम्बन्धित लेख,कहानी,कविता,गज़ल,चुटकले आदि भेज सकते हैं भेजी गयी रचनाएं मौलिक,अप्रकाशित,और स्वरचित से प्रमाणीकृत होनी चाहिए । रचनाएं साफ लिखी हुई या टंकित होनी चाहिए । अस्वीकृत रचनाएं वापस नहीं भेजी जाएंगी अतः एक प्रति अपने पास अवश्य रखें । स्वीकृत एंव मुद्रित रचनाओं पर किसी प्रकार का भुगतान देय नहीं होगा। रचनाएं इस पते पर भेज सकते हैं । सम्पादक ज़िन्दगी लाईव पत्रिका A-178 , रिद्धि सिद्धि नगर कुन्हाड़ी, कोटा (राज.) 324008 रचनाएं ई-मेल द्वारा भी भेजी जा सकती हैं । रचनाएं कृतिदेव,अर्जुन,कनिका,शुशा या यूनिकोड में ही स्वीकार्य होंगी । ई-मेलः zindgi.live@yahoo.co.in